अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के घटक या प्रकारों के बारे में जानकारी - Components or Types of International Business Environment in Hindi

1. आर्थिक वातावरण - अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के एक घटक के रूप में, आर्थिक वातावरण में विभिन्न आर्थिक घटकों, जैसे आर्थिक दशाओं, आर्थिक नीतियों, आर्थिक व्यवस्था, व्यापार चक्र की अवस्था, विदेशी निवेश, अन्तराष्ट्रीय संगठन, अन्तराष्ट्रीय व्यापारिक समझौतों आदि को शामिल किया जाता है। आर्थिक वातावरण, अन्तराष्ट्रीय वातावरण के अन्य सभी घटकों में से महत्वपूर्ण है। यह बहुत गतिशील होता है और विभिन्न देशों की सरकारी नीतियों व राजनीतिक दशाओं में आये बदलाव के साथ बदलता रहता है।

अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के घटक या प्रकारों के बारे में जानकारी
अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के घटक या प्रकारों के बारे में जानकारी

2. राजनीतिक वातावरण - राजनीतिक वातावरण का व्यवसाय पर बहुत प्रभाव पड़ता है। अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के सम्बन्ध में राजनीतिक वातावरण में निम्न शामिल है :

(i) विदेशी निवेश, कोटा, टैरिफ, मूल्य नियंत्रण, उदारीकरण, वैश्वीकरण निजीकरण आदि के बारे में सरकार का राजनीतिक दृष्टिकोण।

(ii) देश में राजनीतिक स्थिरता।


3. कानूनी वातावरण - अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के संदर्भ में, कानूनी वातावरण से अभिप्राय विभिन्न नियमों, नीतियों व कानूनों से है, जो बहुराष्ट्रीय कंपनियों या विदेशी व्यापार को प्रभावित करते हैं। ये कानून उस देश की सरकार द्वारा बनाए जा सकते है, जहां MNC कार्यरत है या उस देश की सरकार द्वारा बनाए जा सकते है जहां MNC का आधार है या विभिन्न अन्तराष्ट्रीय संगठनों द्वारा बनाए जा सकते है। विदेशी व्यापार को घरेलू देश द्वारा बनाए नियमो से, दूसरे देशों द्वारा बनाए नियमों से तथा विभिन्न अन्तराष्ट्रीय संगठनों द्वारा बनाए गए नियमों से नियमित किया जाता है।


4. सामाजिक वातावरण - व्यवसाय समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है। व्यवसाय व समाज दोनों एक दूसरे को प्रभावित करते है। संस्कृति समाज मे रह रहे लोगों के सोचने व आपसी व्यवहार के ढंग को प्रभावित करती है। सामाजिक सांस्कृतिक वातावरण के तत्व जैसे शहरीकरण, पारिवारिक व्यवस्था, धर्म, शिक्षा, आदतें, प्राथमिकताएं, भाषा, रीति-रिवाज एवं प्रथाएं, व्यावसायिक नीतिशास्त्र, लोगों का विभिन्न व्यवस्थाओं के प्रति दृष्टिकोण आदि, व्यवसाय को प्रभावित करते है।


5. तकनीकी वातावरण - विज्ञान या अन्य व्यवस्थित ज्ञान को व्यवहारिक कार्यों के लिए प्रयोग करने को तकनीक कहते है। इसके द्वारा व्यवहारिक कार्य सुव्यवस्थित ढंग से किए जाते है। पिछले 50 वर्षों में तकनीक का बहुत विकास हुआ है। तकनीक के विकास में बहुत से लोगों के जीवन को बचाया है, मनुष्य के सुख साधनों के लिए बिजली का निर्माण किया है, बहुत से नए उत्पादों को खोजा है, बहुत से कार्यों को मशीनों से सम्भव बनाया है, तथा मनुष्य के मानसिक कार्यों के लिए कम्प्यूटर को खोजा है। तकनीकी ज्ञान के विकास के कारण लोगों की जीवन शैली में परिवर्तन आ गया है।


6. अन्य तत्व - कई बार एक देश ने आया संकट विश्व के अन्य देशों को भी प्रभावित करता है। जैसे 1991 का खाड़ी युद्ध, इराक और अमेरिका के युद्ध। इससे विश्व मे कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई और इसने पूरे विश्व को प्रभावित किया। इसी तरह अमेरिका के विश्व व्यापार सेंटर पर हुए हमले ने पूरे विश्व मे अन्तराष्ट्रीय शांति को प्रभावित किया। इससे अन्तराष्ट्रीय व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ। इसी तरह थाईलैंड में मुद्रा संकट और बैंकों के फेल होने से अन्य देश जैसे मलेशिया, इंडोनेशिया, कोरिया भी प्रभावित हुए।

अतः स्पष्ट है कि अन्तराष्ट्रीय वातावरण के बहुत से तव व्यवसाय को प्रभावित करते हैं। अन्तराष्ट्रीय वातावरण में निरन्तर परिवर्तन आ रहा है। बदलते अन्तराष्ट्रीय वातावरण में व्यावसायिक इकाई को, वातावरण के अनुसार समय रहते, अपनी नीतियों में परिवर्तन कर लेना चाहिए।